Breaking News
इस साल न हो आईएसबीटी पर distress visit- डीएम
आईपीएल 2025- चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच मुकाबला आज 
‘धुआं-गंध से जीना मुश्किल’, MPCC कंपनी पर ग्रामीणों के गंभीर आरोप, बोले- जानलेवा है प्लांट, नहीं रुका तो करेंगे बड़ा आंदोलन
पूर्व सीएम 15 अप्रैल को मुखबा से गंगा सम्मान यात्रा का करेंगे शुभारंभ 
अजय देवगन की फिल्म ‘रेड 2’ का स्पेशल सॉन्ग ‘नशा’ हुआ रिलीज, तमन्ना भाटिया ने जबर्दस्त डांस मूव्स से जीता फैंस का दिल
धामी सरकार ने शराब की नई दुकानें खोलने पर लगाई रोक, जिलाधिकारियों को दिए निर्देश 
क्या आप भी हैं पीठ के दर्द से परेशान, तो इन योगासनों का करें अभ्यास, मिलेगी राहत 
पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश और ओलावृष्टि ने जमकर मचाई तबाही, फल और खड़ी फसलें हुई बर्बाद 
सरकार ने बेरोजगारी दर में रिकॉर्ड 4.4 प्रतिशत की कमी लाकर राष्ट्रीय औसत को भी पीछे छोड़ने का किया काम – सीएम धामी

लंबी उम्र के लिए रोजाना दौडऩा है जरूरी, स्लो रनिंग के हैं ढ़ेर सारे फायदे, जानिए

चुस्त-दुरुस्त और सेहतमंद रहने के लिए रनिंग सबसे अच्छी एक्सरसाइज में से एक है. कई लोग सुबह-सुबह रनिंग करने निकलते हैं. कुछ लोग तेज दौड़ लगाते हैं और कुछ धीरे-धीरे दौड़ते हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि दोनों में से कौन ज्यादा बेहतर है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि स्लो रनिंग भी बेहद फायदेमंद है। धीरे दौडऩे से दिल और दिमाग दोनों की सेहद सुधरती है. इससे मोटापे से राहत मिल सकती है।

आइए जानते हैं स्लो रनिंग के फायदे…

धीरे दौडऩा क्यों फायदेमंद
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, धीमी गति से दौडऩा सिर्फ शारीरिक ही नहीं मानसिक तौर पर भी फायदा पहुंचाता हैदौडऩा स्लो रनिंग से कैलोरी आसानी से बर्न हो सकती है. इससे इंजरी का खतरा भी नहीं रहता है. सबसे खास बात है कि स्लो रनिंग ज्यादा देर तक कर सकते हैं. इससे ज्यादा दूरी भी तय कर सकते हैं।

दिल की सेहत के लिए जबरदस्त है स्लो रनिंग
एक्सपर्ट्स के अनुसार, स्लो रनिंग कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ के लिए जबरदस्त है. नियमित तौर पर धीरे दौडऩे से दिल की बीमारियों का खतरा कम रहता है।  इससे हार्ट की हेल्थ बूस्ट हो जाती है. हेल्दी लोगों का दिल स्लो रनिंग से काफी हेल्दी रहता है. इसे लेकर डॉक्टर की सलाह भी लेना चाहिए।

स्लो रनिंग से ये भी फायदे
1. स्लो रनिंग से हाई कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज का खतरा कम हो सकता है।
2. धीरे दौडऩे से ब्लड प्रेशर की समस्या भी खत्म हो सकती है. हाई बीपी के मरीज को नियमित तौर पर स्लो रनिंग करनी चाहिए. इससे बीपी कंट्रोल में रहता है।
3. तनाव और एंजायटी की समस्या भी स्लो रनिंग से दूर हो सकती है।
4. धीमी गति से दौडऩे से जॉइंट्स और मसल्स पर कम तनाव पड़ता है, जिससे इंजरी का रिस्क भी कम हो जाता है।
5. स्लो रनिंग ओवरऑल हेल्थ के लिए बेहतर होती है. हालांकि, किसी गंभीर बीमारी में रनिंग से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top