Breaking News
उच्च शिक्षा को गुणवत्तापरक, रोजगारोन्मुख और नवाचार आधारित बनाया जाए- मुख्यमंत्री धामी
उत्तराखंड पर्यटन को विश्वभर में सम्मान दिलाया रिनचेन ने- महाराज
आईपीएल 2025- मुंबई इंडियंस और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच मुकाबला आज
ऊर्जा निगम कर्मियों ने विभिन्न समस्याओं का समाधान करने पर सीएम धामी का जताया आभार
ग्रीन कार्ड के बिना नही होगा वाहनों का पंजीकरण, परिवहन विभाग ने किया अनिवार्य
किच्चा सुदीप की आगामी फिल्म ‘बीआरबी: फर्स्ट ब्लड की शूटिंग हुई शुरू, एक पोस्टर भी किया जारी
चारधाम यात्रा को सुगम बनाने में मील का पत्थर साबित होगी सिलक्यारा सुरंग – मुख्यमंत्री धामी
यूकेएसएसएससी की विज्ञान विषयों से जुड़ी समूह-ग की भर्ती परीक्षा होगी स्थगित
बढ़ती गर्मी के साथ क्यों बढ़ रहा डायबिटीज का खतरा, आइये जानते हैं इसके कारण और बचाव के उपाय

योगनगरी ऋषिकेश की धर्मधाद ने भाजपा- कांग्रेस की उड़ाई नींद

ऋषिकेश के आकाश में कड़की बिजली, दूर तक सुनी गई गड़गड़ाहट

देखें वीडियो 

नेगी के गीतों के संदेश से मास्टर जी को मिली संजीवनी

गीतों से सजी महफ़िल में उमड़े जनसैलाब ने साफ की चुनावी तस्वीर

ऋषिकेश। योग नगरी, लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी.. मास्टर जी..हजारों की भीड़ और उत्तराखंडियों के लिए योगनगरी ऋषिकेश की धर्मधाद ने भाजपा-कांग्रेस की नींद उड़ा दी । नेगीदा के पहाड़ी गानों के बीच थिरकता जनसैलाब..और हाथ में कुल्हाड़ी लिए निर्दलीय मास्टर दिनेश चंद्र। आरक्षित सीट ऋषिकेश नगर निगम के चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी मास्टर जी के पक्ष में गीत संगीत से भरपूर राजनीतिक-सांस्कृतिक व सामाजिक उद्घोष की सुरताल का गवाह बना प्रसिद्ध आईडीपीएल का मैदान।

बीते दिन संचालक गणेश खुगशाल गणी ने धर्मदाद की व्याख्या कर मौजूद जनसमूह को एक नयी राजनीतिक इबारत लिखने की अपील की।

लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी की मंच पर प्रभावी मौजूदगी से गंगा के वेग समान बह रहे विभिन्न संदेशों को दर्शकों व मतदाताओं ने बखूबी कैच कर भाजपा व कांग्रेस के कैम्प में हलचल मचा दी।

नेगी दा के लोकगीत की धुन के बीच कांग्रेस के बागी व निर्दलीय प्रत्याशी दिनेश चन्द्र मास्टर जी अपने चुनाव चिह्न कुल्हाड़ी के साथ मंच से जनता का अभिवादन करते रहे।

कई घण्टे तक चले कार्यक्रम में लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी ने जनता की फरमाइश पर कई गढ़वाली गीत सुनाते हुए योगनगरी ऋषिकेश के साथ कई अन्य निकाय क्षेत्रों के चुनावी तापमान को एकाएक बढ़ा दिया।

इस सांस्कृतिक व राजनीतिक समागम से ऋषिकेश के आकाश में उमड़ घुमड़ रहे बादलों के बीच उत्तराखण्ड के स्वाभिमान की बिजली अवश्य कौंध गयी।

योगनगरी के आसमान में गीत संगीत की तरंगों के बीच कौंधी बिजली की यह चमक दूर दराज के शहरों के आसमान में भी दिखाई दी। चमक के कुछ समय बाद सुनाई देने वाली बिजली की कड़क किस- किस दल के तम्बुओं को राख करेगी? ऋषिकेश में उमड़े जनसैलाब के उठे हाथों ने बहुत कुछ साफ भी कर दिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top