Breaking News
यात्रा और पर्यटन बना महिला समूहों की आर्थिकी का आधार
कल से शुरू होगा भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टेस्ट, जाने मैच से जुडी बातें
ये काली काली आंखें सीजन 2 ने प्यार की ताकत का पढ़ाया पाठ- श्वेता त्रिपाठी
दूनवासियों के लिए खतरा बनी हवा, चिंताजनक आंकड़े निकलकर आए सामने
मुख्यमंत्री धामी ने सौंग बांध परियोजना पर विस्थापन की कार्यवाही जल्द करने के दिए निर्देश
ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शन- अंडरगारमेंट्स में घूमते हुए युवती को किया गया रिहा
केदारनाथ विधानसभा के प्रत्याशियों की तकदीर ईवीएम में हुई कैद
सर्दियों में टूटने लगे हैं बाल तो इस चीज से करें मालिश, नहीं होगा नुकसान
उत्तराखण्ड बन रहा है खिलाड़ियों के लिए अवसरों से भरा प्रदेश- खेल मंत्री रेखा आर्या

पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरिद्वार में आयोजित खिलाड़ी सम्मेलन में किया प्रतिभाग 

खेल एक ऐसी विधा है, जो शारीरिक और मानसिक दोनों तरह का विकास करता है- पूर्व सीएम 

पूर्व सीएम ने ‘ऐतिहासिक झंडा मेला’ की बधाई एवं शुभकामनाएं दी 

हरिद्वार। पूर्व मुख्यमंत्री व हरिद्वार प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरिद्वार स्थित होटल गार्डनिया सिडकुल में आयोजित खिलाड़ी सम्मेलन में प्रतिभाग किया। इस दौरान पूर्व सीएम ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए भारत माता की जय के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की। संबोधन के शुरुआत में पूर्व सीएम का स्वागत किया गया, जिसके बाद पूर्व सीएम ने सभी खिलाड़ियों व पदाधिकारियों का कार्यक्रम में स्वागत किया। पूर्व सीएम ने कहा कि समय- समय पर इन गतिविधियों को बढ़ावा देना चाहिए, खेल को प्रोत्साहित करने से खिलाड़ियों में जोश व उत्साह की भावना पैदा होती है। और हमारा सदैव यहीं प्रयास रहता है, कि युवाओं में जरा सा भी जोश व उत्साह कम न हो। क्योंकि देश का भविष्य ही युवा से है।

पूर्व सीएम ने आगे कहा कि खेल को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों से आगे ओर भी अच्छी पहल करने की दिशा में कदम बढ़ाये जा रहे है, साथ ही कहा कि बच्चों को खेल खेलने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। खेल एक ऐसी विधा है, जो हमारा शारीरिक और मानसिक दोनों तरह का विकास करता है। वहीं पूर्व सीएम ने मानवता व विश्वास से ओत-प्रोत देहरादून के ‘ऐतिहासिक झंडा मेला’ की सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। और कहा कि झंडा मेला विशिष्ट परंपराओं को समेटे है, तथा यह श्रद्धाभाव का भी मेला है। श्री गुरू राम राय महाराज की सीख एवं संदेश आज कहीं अधिक प्रासंगिक है। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top